Saturday, September 12, 2009

लम्हे..!!


जीवन मे कुछ भी पलट कर नहीं आता,
जो गुज़र चुका है वो गुज़र गया,

एक तुम...
जिसके जीवन मे
सरसों के फूलों की महक है..
और एक मैं...
जो हथेली पर
सरसों जमाने की कोशिश मे लगा हूँ,

तुम्हारे लिए
वक़्त गुज़र रहा है
मेरे लिए
लम्हे ठहरे हुए हैं..!!